Rajasthan BSTC Syllabus 2025 का नया सिलेबस ऑफिसियल वेबसाइट पर जारी कर दिया गया है आपको बता दें कि 22 अप्रैल 2025 को इस सिलेबस को ऑफिशल वेबसाइट पर जारी कर दिया गया था लेकिन आपको बताते हैं कि राजस्थान बीएसटीसी 2025 के लिए ऑनलाइन आवेदन 6 मार्च 2025 से लेकर 11 अप्रैल 2025 तक किए गए थे।

इसकी परीक्षा का आयोजन 1 जून 2025 को किया जाएगा विशेष भी उम्मीदवार ने अभी तक तैयारी शुरू नहीं की है तो उसके पास अभी भी थोड़ा बहुत समय बचा है वह इस सिलेबस के आधार पर परीक्षा की तैयारी कर लें आज हम इस सिलेबस को पूरा विस्तार से बताएंगे आप लोग पूरी जानकारी नीचे आर्टिकल में पढ़ सकते हैं।
Rajasthan BSTC Syllabus 2025 Topic Wise
राजस्थान बीएसटीसी 2025 के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 11 अप्रैल 2025 तक निर्धारित की गई थी आपको बता दें कि इस भर्ती परीक्षा का आयोजन 1 जून 2025 को रखा गया है उससे पहले आप लोगों को जानना आवश्यक है कि इसके लिए सिलेबस क्या किया है तो आप लोगों को बताते हैं कि इसका सिलेबस हमारे द्वारा स्टेप बाय स्टेप नीचे बता दिया गया है।
आज हम आपको इस आर्टिकल में इसी से संबंधित पूरी जानकारी को विस्तार से बताने वाले हैं इस सिलेबस को डाउनलोड करने का डायरेक्ट लिंक और ऑफिशल वेबसाइट का डायरेक्ट लिंक हमारे द्वारा नीचे दे दिया गया है।
मानसिक क्षमता
तार्किक योग्यता, दो वस्तुओं की आंशिक समानता या समरूपता, विभेदीकरण,न सम्बन्धता, विश्लेषण, तार्किक चिन्तन
राजस्थान की सामान्य जानकारी
ऐतिहासिक पक्ष, राजनैतिक पक्ष, कला, संस्कृति और साहित्य पक्ष, आर्थिक पक्ष, भौगोलिक पक्ष, लोक जीवन, सामाजिक पक्ष, पर्यटन पक्ष
शिक्षण अभिक्षमता
शिक्षण अधिगम, नेतृत्व गुण, सृजनात्मकता, सतत एवं व्यापक मूल्यांकन, संप्रेषण कौशल, व्यावसायिक अभिवृत्ति, सामाजिक संवेदनशीलता
भाषा योग्यता
अंग्रेजी: Comprehension, Spotting Errors, Narration, Prepositions, Articles, Connectives, Correction of Sentences, Kind of Sentences, Sentence Completion, Tense, Vocabulary, Synonym, Antonym, One Word Substitution, Spelling Errors.
हिंदी: शब्द ज्ञान-पर्यायवाची शब्द, विलोम शब्द। युग्म शब्द, वाक्य विचार, शुद्धिकरण (शब्द शुद्धि एवं वाक्य शुद्धि), मुहावरे एवं कहावतें, संधि, समास, उपसर्ग, प्रत्यय, वाक्यांश के लिए एक सार्थक शब्द।
संस्कृत: स्वर और व्यंजन (उच्चारण स्थान सहित), शब्द रूप (अकारान्त पुल्लिंग, अकारान्त स्त्रीलिंग, नपुंसकलिंग), धातुरूप (लट्लकार, लोटलकार, लड्. लकार और विधिलिंगलकार), उपसर्ग और प्रत्यय, संधि (स्वर, व्यंजन और विसर्ग संधि), समास (तत्पुरुष, द्विगु और कर्मधारय समास), लिंग और वचन, विभक्तियां और कारक ज्ञान।








